भारतीय मीडिया की नकली समाचार की दुनिया
हम अक्सर अपनी जिंदगी का अधिकांश समय समाचारों को देखते और सुनते हुए गुजारते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये सब समाचार सच हो सकते हैं, या ये सब सिर्फ एक नकली समाचार का हिस्सा हैं? आइए, हम भारतीय मीडिया द्वारा प्रसारित कुछ ऐसे ही नकली समाचारों की बात करते हैं।
जब भूत-प्रेतों से हुई 'मुलाकात'
ये शायद ही कोई ऐसा होगा, जिसने भारतीय टेलीविजन पर भूत-प्रेतों के बारे में बताते हुए समाचार नहीं देखे होंगे। हालांकि, ये सब नकली समाचार होते हैं, जो दर्शकों को डराने और टीवी के सामने बैठाने के लिए बनाए जाते हैं।
जब विदेशी हस्तियाँ 'भारतीय' बन गईं
कई बार ऐसा भी होता है कि विदेशी हस्तियाँ, भारतीय मीडिया द्वारा 'भारतीय' बताई जाती हैं। आमतौर पर, ये सब फोटोशॉप की मदद से किया जाता है, जिससे कि दर्शकों को धोखा दिया जा सके।
जब जानवरों की 'ब्रेकिंग न्यूज़' बन गई
जब बात टीवी रेटिंग की हो, तो जानवरों की खबरें भी 'ब्रेकिंग न्यूज़' बन जाती हैं। जैसे कि, एक बिल्ली ने पेड़ पर चढ़कर सुसाइड की कोशिश की, या एक कुत्ते ने बिल्ली को डरा दिया। ये सब नकली समाचार होते हैं, जिसका उद्देश्य सिर्फ दर्शकों को टीवी के सामने बैठाना होता है।
'अपराधी' की 'लाइव' पकड़
भारतीय मीडिया द्वारा अपराधी की 'लाइव' पकड़ दिखाना भी एक नकली समाचार की श्रेणी में आता है। जबकि वास्तविकता ये होती है कि सब कुछ पहले से ही प्लान किया जाता है और फिर 'लाइव' दिखाया जाता है।
जब 'प्यार' बन गया 'क्राइम'
भारतीय मीडिया द्वारा लव स्टोरी को 'क्राइम स्टोरी' के रूप में पेश करना भी एक नकली समाचार की श्रेणी में आता है। जिसमें प्यार करने वाले जोड़े को 'अपराधी' बताया जाता है।
जब 'अनहोनी' बन गई 'होनी'
कई बार आपने ऐसे समाचार देखे होंगे जहां 'अनहोनी' को 'होनी' बताया जाता है। जैसे कि, किसी व्यक्ति की मौत के बाद उसकी आत्मा ने घर में डर का माहौल बना दिया। ये सब नकली समाचार होते हैं, जिनका उद्देश्य दर्शकों को डराना होता है।
जब 'सेलेब्रिटी' बन गए 'समाचार'
भारतीय मीडिया द्वारा सेलेब्रिटी के जीवन को बिना सत्यता के समाचार बनाना भी एक नकली समाचार की श्रेणी में आता है। जिसमें उनकी निजी जिंदगी को बिना उनकी सहमति के प्रकाशित किया जाता है।
जब 'उड़ान' भर गया 'ड्रोन'
आपने कई बार ऐसे समाचार देखे होंगे जहां 'ड्रोन' को 'उड़ान' भरते हुए दिखाया जाता है। जबकि वास्तविकता ये होती है कि ये सब नकली समाचार होते हैं, जिसका उद्देश्य सिर्फ दर्शकों को अचंभित करना होता है।
जब 'अस्थायी' बन गया 'स्थायी'
कई बार भारतीय मीडिया द्वारा 'अस्थायी' को 'स्थायी' बताना भी एक नकली समाचार की श्रेणी में आता है। जैसे कि, एक व्यक्ति के लिए अस्थायी रूप से जेल जाना, 'स्थायी' रूप से जेल जाने के बराबर बताया जाता है।